बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित अभिभावक

घुमारवीं (बिलासपुर)। सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के अभिभावक अपने बच्चे के भविष्य के प्रति चिंतित हो गए हैं। कारण यही है कि स्कूलों में वार्षिक समारोह हैं। बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं सिर पर हैं।
जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग को शिक्षा निदेशालय की ओर से पंद्रह फरवरी तक वार्षिक समारोह खत्म करने के निर्देश जारी किए गए हैं। हैरानी यह है कि पंद्रह फरवरी से ही दसवीं, बारहवीं कक्षा में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के प्रेक्टिकल शुरू होंगे। ऐसे में बच्चों ने वार्षिक समारोह की तैयारी की है। या फिर प्रेक्टिकल की। यह तो बच्चे ही जानें। लेकिन इसे लेकर अभिभावकों को चिंता होने लगी है।
अभिभावक सुभाष चंद, राज कुमार, छोटू राम शर्मा, सरोज पठानिया, विनोद भारद्वाज, रतन लाल, सुरेंद्र, रोशनी देवी, जीवानंद सहित अन्य ने कहा कि जनवरी, फरवरी माह बच्चों की पढ़ाई के आवश्यक होते हैं। स्कूलों में तो पढ़ाई की तैयारी करवाने के बजाए अध्यापक अपने आप भी वार्षिक समारोह की तैयारियों में जुटे होते हैं। बच्चों को भी कार्यक्रमों की तैयारी करनी पड़ती है। बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। अभी तक वार्षिक समारोह ही खत्म नहीं हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई बाधित होगी। उन्होंने शिक्षा विभाग से मांग की है कि इस ओर ठोस कदम उठाए जाएं। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न हो पाए।
उच्च शिक्षा उप निदेशक बिलासपुर वीर सिंह नेगी ने कहा कि शिक्षा निदेशालय की ओर से 15 फरवरी तक स्कूल में वार्षिक समारोह करवाने के निर्देश जारी किए हैं। हर स्कूल को वार्षिक समारोह करवाना अनिवार्य होता है

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